Friday, December 31, 2010

नयी तारीख होगी

नयी तारीख होगी कल तराने कुछ नए होगे ॥
हमारे तुमसे मिलने के बहाने कुछ नए होगे ॥
नयी उम्मीद जागेगी कि कुछ सपने नए होगे ।
पुराने तो है अपने और कुछ अपने नए होगे ॥

नयी मंजिल तलासेगे नए कुछ हौसले होगे ।
नयी बाते करेगे हम नए शिकवे गिले होगे ॥
कही रौशन चरागों के उजाले आ ही जायेगे ।
हमें जाना है आगे हम चरागों के भी जायेगे ॥

नयी होगी सुबह फूलो के गुलदस्ते नए होगे ।
महकती शाम के आचल में कुछ पत्ते नए होगे ॥
नया हर पल मुबारक हो कि अब बाते नयी होगी ।
नया दिन आ ही जायेगा कि राते भी नयी होगी ॥

नयी अब रौशनी होगी सितारे भी नए होगे ।
की जुल्फों में जो मचलेगे सरारे वो नए होगे ॥
कि ठंडी सी हवा बहकेगी तुम को छू के जाएगी ।
तुम्हारे वास्ते कुछ तो नए पैगाम लाएगी ॥

2 comments:

  1. सुन्दर अभिव्यक्ति..
    नव वर्ष मंगलमय हो....

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  2. सुन्दर रचना!
    नववर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनाएँ!

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