Friday, December 31, 2010

नयी तारीख होगी

नयी तारीख होगी कल तराने कुछ नए होगे ॥
हमारे तुमसे मिलने के बहाने कुछ नए होगे ॥
नयी उम्मीद जागेगी कि कुछ सपने नए होगे ।
पुराने तो है अपने और कुछ अपने नए होगे ॥

नयी मंजिल तलासेगे नए कुछ हौसले होगे ।
नयी बाते करेगे हम नए शिकवे गिले होगे ॥
कही रौशन चरागों के उजाले आ ही जायेगे ।
हमें जाना है आगे हम चरागों के भी जायेगे ॥

नयी होगी सुबह फूलो के गुलदस्ते नए होगे ।
महकती शाम के आचल में कुछ पत्ते नए होगे ॥
नया हर पल मुबारक हो कि अब बाते नयी होगी ।
नया दिन आ ही जायेगा कि राते भी नयी होगी ॥

नयी अब रौशनी होगी सितारे भी नए होगे ।
की जुल्फों में जो मचलेगे सरारे वो नए होगे ॥
कि ठंडी सी हवा बहकेगी तुम को छू के जाएगी ।
तुम्हारे वास्ते कुछ तो नए पैगाम लाएगी ॥

Thursday, December 16, 2010

नयन दर्शन से पुलकित हैं

सुबह कि शांत आभा से कोई, मिलकर बताये तो ।
चहकते पंक्षियों का कुछ, चहकना भी सुनाये तो ॥
अगर इतना ही मुस्किल है, नज़र हो फेर कर बैठे ।
झुकी रहने दो इनको बस, कोई सूरत दिखाए तो ॥

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नयन दर्शन से पुलकित हैं, अधर कुछ कह नहीं पाए ।
ह्रदय से है नमन इस पल, कि ये पल भर ठहर जाये ॥
है कितनी शांत सी मूरत , या मंदिर का कोई दीपक ।
चमकता स्वर्ण सा मस्तक, कहा से हो इसे लाये ॥

सरलता से कई दिन तक, ये मौसम फिर यहाँ रहता ।
ह्रदय से कुछ कहा करते, जो सुन लेते सुना जाएँ ॥
भ्रमर क्यों गा रहा है, इस तरह सुर को भुला करके ।
मुझे भी देखना है अब, सुरीलापन दिखा जाये ॥