Saturday, October 30, 2010

अगर ख्वाबो को आँखों

अगर ख्वाबो को आँखों में सजावोगे तो गम होगा ।
अगर उम्मीद ज्यादा तुम लगावोगे तो गम होगा ॥
न भटको इस तरह अनजान गलियो में बिना जाने ।
अगर मंजिल न पावोगे कही आगे तो गम होगा ॥
कहानी को हकीक़त तुम बनावोगे तो गम होगा ।
की कोई बात सीने से लगावोगे तो गम होगा ॥
मगर हम जानते है, है नहीं गम की दवा कोई ।
अगर फिर भी ये दर्दे दिल कही लावोगे गम होगा।।
शिकायत के लिए भी हाथ का उठना जरुरी है।
मगर अपनी शिकायत खुद करावोगे तो गम होगा ।।
जो आते है नहीं लाखो बुलावे पर अनिल ऐसे ।
अगर उनको बुलावोगे नहीं आये तो गम होगा॥

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