Saturday, May 1, 2010

दुनिया में दो ऐसी चीजे है

दुनिया में दो ऐसी चीजे है जिसके लिए इन्सान सब कुछ कर सकता है । एक तो आसू और दूसरी मुस्कान । आप जिसको रोते हुए नहीं देख सकते उसके आसू रोकने के लिए सब कुछ कर सकते है और उसके होठो कि एक मुस्कान के लिए दुनिया के सारे गम अपने सीने में समेट लेते है । जब कभी मै कोई फिल्म देखता तो हर बार यही कहता कि ये प्यार को छोड़ कर कोई दूसरी फिल्मे क्यूँ नहीं बनाते हर फिल्म में एक हीरो ,एक हिरोइन और पूरी फिल्म में विलेन के हाथो पिटता हीरो । फिर मैंने सोचा कि कुछ तो बात होगी इस प्यार शब्द में तभी पूरी दुनिया इसी का नाम लेती है । मेरे दिमाग में भी एक जुगनू चमका और मैंने तय किया क्यों न मै इसका एक सर्वे कर लू ।

सबसे पहले मैंने एक किसान से डरते डरते पूछा कि भैया ये प्यार क्या होता है । उसने अपने लहलहाते खेतो कि तरफ अपनी चमकती नजरो से देखा और कहा यही मेरा प्यार है । मुझे कुछ समझ में नहीं आया लेकिन मैं हां कह कर आगे बढ़ गया । आगे कुछ ही दूर बढ़ा था कि मुझे एक बाग दिखाई दिया मैंने सोचा कि लगे हाथ माली से भी मिल लू । माली से भी मैंने वही सवाल दोहराया कि प्यार क्या होता है । माली एक लम्बी साँस खीच कर बोला जब मैं दिन भर का थका हारा इन खिलखिलाते और महकते हुए फूलो को देखता हु तो मेरी सब थकान दूर हो जाती है । मेरे लिए तो यही मेरा प्यार है । इतना कह कर वो फूलो को फिर बड़े प्यार से निहारने लगा ।

भूख से तिलमिलाते एक भिखारी के पास से जब मै गुज़रा तो वह बोला भगवान् के नाम पर एक रोटी दे दो । मेरे पास रोटी तो थी नहीं सो मैंने उसे कुछ खरीद कर दे दिया । वह बड़े प्यार से उसे खाने लगा । मै आगे बढ़ गया । एकाएक मै फिर उस भिखारी के पास आया लौट आया और बोला कि बाबा ये प्यार क्या होता है । उसने तुरंत से पहले जवाब दिया कि रोटी प्यार होता है । वाह प्यार का एक रूप रोटी भी होता है ये पहली बार जाना ।

एक माँ का बच्चा बड़ी देर से नहीं मिल रहा था । माँ उसे बड़े देर से खोज रही थी और रो रही थी । थोड़ी देर बाद उसका बच्चा दौड़ता हुआ आया और माँ कि गोद में बैठ गया । माँ उसे जल्दी जल्दी चूमने लगी मुझे समझ में आ गया था कि ये प्यार होता है । एक और सर्वे के लिए आगे बढ़ा तो देखा कि एक पत्नी के लिए सरहद पर बैठे पति कि चिठ्ठी आई थी । उसने मुझे रोक कर कहा कि भैया जरा इस ख़त को पढ़ दो। जब मै ख़त को पढ़ रहा था तो मुझे आसूं आ गए । मुझे समझ में आ गया था कि ये भी प्यार होता है ।


प्यार में कुछ लेना नहीं होता सिर्फ देना होता है धीरे धीरे समझ में आने लगा कि लोग क्यों बोलते है कि तुम्हारी ख़ुशी में ही मेरी ख़ुशी है। खैर आगे बढ़ा तो देखा कि एक लड़का बड़ी देर से सड़क के किनारे धुप में खड़ा था । मैंने कहा अरे दोस्त यहाँ क्यों खड़े हो पेड़ के नीचे खड़े हो जावो । वह बोला नहीं यार यहाँ से वो लड़की गुजरेगी जिस मै प्यार करता हूँ । वह निकलेगी तो मै एक बार उसे देख लूँगा । मैंने कहा अगर न निकली तो । वह बोला मै फिर भी यहाँ खड़ा रहूँगा । मै हँसते हुए आगे बढ़ गया और मै अपने आप से बोला अच्छा ये भी प्यार है ।

मेरी आखे धीरे धीरे खुल रही थी मुझे हर तरफ प्यार ही प्यार दिख रहा था । नदियाँ , झरने , पहाड़ , जंगल , गलियां , परिंदे सब मुझ पर हँस रहे थे । मै बड़े बुझे मन से से आगे बढ़ा और सोचने लगा कि मै किस चीज को खोज रहा था । अब तो जिधर देखता उधर सभी तरफ खिलखिलाता उछलता हुआ प्यार दिख रहा था । मुझे समझ में आया गया था कि प्यार और खूबसूरती देखने वाले के नजरो में होती है । ढूढने से भगवान् तो मिल जाता है पर प्यार पता नहीं । वक़्त बदलता है , दरिया अपना रास्ता बदलती है , पंक्षी अपना घोसला पर प्यार जैसा आज है वैसा कल रहेगा । ये वो दौलत है जो वक़्त के साथ बढ़ती रहती है ।

वो इंसान दुनिया का सबसे दौलतमंद इंसान होता है , जिसके पास प्यार होता है ये सब मै फिल्मो में सुना करता था लेकिन लहलहाते खेतो , महकते फूलो , कुंकती कोयलों , किसान के पसीने , चिलचिलाती धुप , कलकल करती नदिया , मदमस्त झरने और उडती जुल्फों ने प्यार कि परिभाषा अपने आप ही बता दी । अब क्या लिखू प्यार न तो समझने कि चीज है न ही सर्वे कि इसे तो सिर्फ महसूस किया जाता है ।

वैसे मैंने ये सब जो लिखा है वो प्यार के सागर कि एक छोटी सी बूंद है अगर आप कुछ कहना या लिखना या बताना चाहते है तो आपका स्वागत है । आप अपने विचार भी रख सकते है ।

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