Saturday, April 10, 2010

फिजा लेस्को खिज़ा लेस्को

फिजा लेस्को खिज़ा लेस्को जो पाई वो सजा लेस्को ।
सुबह लेस्को सहर लेस्को ज़रा रुक ले ठहर लेस्को ॥
ये तन लेस्को ये मन लेस्को ये हैरी का चमन लेस्को ।
ज़मी लेस्को गगन लेस्को मेरा तो प्राण मन लेस्को ॥
अनिल लेस्को कि निल लेस्को जो मिलते है वो दिल लेस्को ।
अज़ब लेस्को गज़ब लेस्को जो बोलो तो है सब लेस्को ॥
इधर लेस्को उधर लेस्को जो लम्बी वो डगर लेस्को।
जो धीरू दम दिखा देते तो रुक जाती डगर लेस्को ॥
जो लिख डाला वो ख़त लेस्को सिराज़ों का है मत लेस्को ।
ये डब्बा है बिना इंजन का ले डाला टिकेट लेस्को ॥
खता लेस्को पता लेस्को मै क्या कह दूं बता लेस्को ।
अगर दस्तक कोई देगा मेरे घर का पता लेस्को ॥
क्रमश :

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