तमन्नावो का क्या है, वो मचलती है मचलने दो।
शमा को रोकना क्या, काम जलना है तो जलने दो ॥
तो अब हम आज देखेगे, कि उनका फैसला क्या है ।
नज़र के तीर चलते है, जो चल जाये तो चलने दो ॥
न जाने क्यों उन्होंने रोक रक्खी है, मेरी धड़कन ।
तो बस अब ठीक है, तूफान पलते है तो पलने दो ॥
न बोलेगे अभी कुछ, और ना कुछ बोलने देगे ।
अरे अब सांस रुक जाए, निकलती जां निकलने दो ॥
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