Anil Kumar Aksh
Friday, August 27, 2010
बदलते वक़्त में बदले हुए हालत
बदलते
वक़्त
में
बदले
हुए
हालत
देखे
है
।
गुजरते
वक़्त
में
बहते
हुए
जज़्बात
देखे
है
॥
नहीं
बदला
मगर
वो
आपका
हँसता
हुवा
चेहरा
।
कि
जिस
चेहरे
पे
हमने
डूबते
दिन
रात
देखे
है
॥
1 comment:
Asha Joglekar
September 1, 2010 at 12:22 PM
वाह, क्या बात है ।
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वाह, क्या बात है ।
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